खेती-बाड़ी में कीट नियंत्रण और पौधों की सही देखभाल के लिए दवा छिड़काव मशीन या स्प्रे पंप का उपयोग जरूरी हो जाता है। खेती के खर्चे कम करने और आधुनिक तकनीक अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने स्प्रे पंप पर सब्सिडी योजना शुरू की है। इसके जरिए किसान कम कीमत पर बेहतर क्वालिटी के स्प्रे पंप खरीद सकते हैं, जिससे उनकी फार्मिंग ज्यादा प्रभावी और किफायती हो जाएगी।

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स्प्रे पंप सब्सिडी योजना क्या है?
यह योजना किसानों को मैनुअल, बैटरी चलित, सोलर, या ट्रैक्टर से जुड़ी स्प्रे पंप मशीन पर सरकारी सब्सिडी देती है। सब्सिडी की राशि 40 प्रतिशत से लेकर कुछ जगहों पर 100 प्रतिशत तक हो सकती है। इसका उद्देश्य किसानों की लागत को कम करना और खेती में तकनीकी उपकरणों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। सरकार सब्सिडी की रकम सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर करती है, ताकि उन्हें तुरंत मदद मिल सके।
इस योजना से कौन-कौन लाभान्वित हो सकते हैं?
- वे किसान जिनके पास खेती योग्य जमीन है।
- 18 साल या उससे ऊपर के किसान आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदनकर्ता सरकारी तौर पर पंजीकृत होना चाहिए।
- पहले से अन्य योजना से लाभ ना उठा चुके किसान।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
सरकारी योजना के तहत आवेदन के दौरान कुछ दस्तावेज जमा करना अनिवार्य होता है, जैसे:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- जमीन का कागजात
- फोटो और आवश्यक फॉर्म
आवेदन प्रक्रिया क्या है?
स्प्रे पंप सब्सिडी पाने के लिए किसान अपने राज्य के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। फॉर्म में मांगी गई जानकारी और दस्तावेज अपलोड करके वे आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद किसानों को सब्सिडी राशि सीधे उनके खाते में मिलती है।
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फायदे और महत्त्व
इस योजना से किसानों का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है। सही समय पर कीटनाशकों का छिड़काव फसल को कीटों से बचाता है और पैदावार को बेहतर बनाता है। साथ ही, सब्सिडी के कारण किसानों के लिए यह उपकरण आर्थिक रूप से सुलभ बन जाता है, जिससे उनकी कृषि लागत कम होती है।
इस तरह की योजनाएं खेती को तकनीकी और आर्थिक दोनों तरफ से मजबूत बनाती हैं। यदि आप भी खेती में सुधार चाहते हैं तो अभी आवेदन करके स्प्रे पंप सब्सिडी का लाभ उठाएं।
इस योजना की जानकारी और आवेदन प्रक्रिया अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से अवश्य जांच लें, क्योंकि अलग-अलग राज्यों में नियम और सब्सिडी राशि में थोड़ा भिन्नता हो सकती है।
किसानों के लिए यह योजना खेती को आसान और लाभकारी बनाने का सुनहरा मौका है, जिसमें वे कम खर्च में आधुनिक उपकरण पाकर अपनी फसल की सुरक्षा कर सकते हैं।

















