उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है सिंचाई पाइपलाइन योजना, जिसके अंतर्गत खेतों में सिंचाई के बेहतर प्रबंधन हेतु पाइपलाइन लगाने पर 60% तक की सब्सिडी सीधे किसान के बैंक खाते में डिजिटल माध्यम से प्रदान की जाती है। इस योजना से खेती-बाड़ी करने वाले किसान अपने खेतों की सिंचाई सुविधा को सुधार सकते हैं और जल संरक्षण में भी मदद पा सकते हैं।

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योजना का उद्देश्य और लाभ
यह योजना खासतौर पर उन किसानों के लिए है जिन्हें सिंचाई के लिए पाइपलाइन की आवश्यकता होती है और जिनके खेतों में बोरवेल मौजूद है। लघु और सीमांत किसान इस योजना के तहत आवेदन कर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। सब्सिडी सीधे बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाती है, जिससे पारदर्शिता और सुविधा दोनों बनी रहती हैं।
किन किसानों को मिलेगा लाभ?
- जिन किसानों के खेत में बोरवेल है
- जिनके खेत में सिंचाई पाइपलाइन की जरूरत है
- केवल लघु और सीमांत किसान
- आवेदनकर्ता की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए
- आवेदक भारत का मूल निवासी होना चाहिए
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आवश्यक दस्तावेज
यह योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखना आवश्यक है। इनमें शामिल हैं:
- आधार कार्ड (आधार संख्या)
- मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक्ड हो
- पासपोर्ट साइज फोटो
- चालू बैंक खाता, जिसमें डीबीटी सक्षम हो
आवेदन प्रक्रिया क्या है?
इस योजना का लाभ पाने के लिए किसान को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए निम्न चरण अपनाएं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘कृषि यंत्र सब्सिडी’ के लिंक पर क्लिक करें।
- अपने आधार नंबर और मोबाइल नंबर से पंजीकरण करें।
- योजना का फॉर्म भरकर सबमिट करें।
- फॉर्म जमा करने के बाद प्राप्त रसीद को संभाल कर रखें, जिससे भविष्य में आवेदन की स्थिति चेक की जा सके।
यह योजना किसानों को सिंचाई संबंधी लागत को कम करने के साथ-साथ खेती में पानी के बेहतर प्रबंधन में सहायता करती है। यदि आप भी उत्तर प्रदेश के किसान हैं और इस योजना का लाभ चाहते हैं तो जल्द ही आवेदन कर अपनी खेती को और बेहतर बनाएं।
ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए आप इस लिंक का उपयोग कर सकते हैं: यहां क्लिक करें
इस योजना के माध्यम से बेहतर सिंचाई सुविधाएं और खेती की उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी, जो किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

















